उत्तर-पश्चिम भारत अगले पांच दिनों में बारिश, गरज और धूल भरी आंधी के लिए तैयार है।

एक ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम पर स्थित है, जबकि दूसरा निचले क्षोभमंडल स्तर पर उत्तरी बांग्लादेश पर स्थित है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक अलग चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो निचले क्षोभमंडल में एक द्रोणिका को दक्षिण की ओर उत्तरी मध्य प्रदेश तक फैला रहा है। इसके अतिरिक्त, एक उत्तर-दक्षिण द्रोणिका निचले क्षोभमंडल स्तर पर पश्चिमी विदर्भ से उत्तरी केरल तक जाती है। निचले क्षोभमंडल में कोमोरिन क्षेत्र और उसके आसपास के क्षेत्र पर एक और ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है। इन प्रणालियों के प्रभाव में: पूर्वोत्तर भारत: अगले पांच दिनों के दौरान पूर्वोत्तर भारत में गरज, बिजली और 40-50 किमी प्रति घंटे की गति से तेज़ हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जो 60 किमी प्रति घंटे तक की गति तक पहुँच सकती है। इसके अलावा, आज असम और मेघालय में 50-70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएँ चलने की संभावना है। पूर्व और मध्य भारत: अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वी भारत, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ छींटे, बिजली और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएँ चलने की संभावना है, जो 60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती हैं। इस अवधि के दौरान ओडिशा में ओलावृष्टि की भी संभावना है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत: अगले सात दिनों के दौरान कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ छींटे, बिजली और 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएँ चलने की संभावना है, जो 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती हैं। इसके अलावा, अगले 3-4 दिनों के दौरान उत्तरी आंतरिक कर्नाटक में 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएँ चलने की संभावना है। चार दिनों के बाद एक नया और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। उत्तर-पश्चिम भारत और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र: कल से शुरू होकर अगले पांच दिनों तक पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं (30-40 किमी प्रति घंटे) के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है। कल तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में दो दिनों के बाद धूल भरी आंधी आने की संभावना है, जबकि राजस्थान में इसके बाद भी ऐसी ही स्थिति रहने की संभावना है, जो 1-2 दिनों तक जारी रह सकती है।

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