खरीफ फसलों की बुवाई रिपोर्ट
18 जुलाई 2025 तक भारत में कुल बुआई रुझान मिश्रित पैटर्न दर्शाता है। मक्का (कर्न) का क्षेत्रफल सबसे अधिक बढ़ा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 9.48 लाख हेक्टेयर बढ़ा। मूंगफली और तिल की बुआई में भी वृद्धि हुई, क्रमशः 0.85 और 0.46 लाख हेक्टेयर की बढ़त दर्ज की गई। सोयाबीन का क्षेत्रफल 7.29 लाख हेक्टेयर की तेज गिरावट के साथ घटा, जो मौसम या बाज़ार से जुड़ी चिंताओं की ओर इशारा करता है। सूरजमुखी की बुआई में 0.01 लाख हेक्टेयर की मामूली कमी देखी गई। कपास की बुआई 3.50 लाख हेक्टेयर घट गई, जिसका कारण फसल प्राथमिकता में बदलाव या मानसून में देरी हो सकता है। प्रमुख तेलहनी फसलों में गिरावट भविष्य में आपूर्ति और कीमतों को प्रभावित कर सकती है। धनिया में स्थिति ऐसी ही बनेगी क्योंकि सरसों, चने के भावों को देखकर किसान सरसों चने की और आकर्षित हे।